डेनिश सॉसर स्टार क्रिस्टन एरिक्सन कल यूरो 2021 के प्लेऑफ़ मैच के दौरान मैदान में ही गिर गए । खेल के दौरान थोड़ी देर के लिए उसकी ह्रदय गति रुक गयी थी और वो लगभग मरणासन्न स्थिति में पहुंच गए थे। हालाँकि थोड़ी देर बाद दिल की धड़कन फिर से चालू हो गयी। एरिक्सन को कोविड टीका लगाया गया था या नहीं, इस बारे में परस्पर कई विरोधी रिपोर्ट्स हैं।
इंटर मिलान के 29 वर्षीय खिलाड़ी ‘एरिक्सन’ पार्केन स्टेडियम में हाफ-टाइम से कुछ समय पहले जमीन पर गिर गए | इस घटना ने दोनों टीमों के खिलाड़ियों को चिंता में डाल दिया| इंग्लिश रेफरी एंथनी टेलर ने पिच पर चिकित्सकों को बुलाया और एरिक्सन का दिल फिर से शुरू हो गया और उनका लंबे समय तक सीपीआर उपचार हुआ, जिससे उसकी जान बच गई।
दिन में पहले क्रिश्चियन एरिक्सन के गिरने के बाद डेनमार्क के खिलाड़ी अपने मैच को फिर से शुरू करने के लिए मैदान पर लौट रहे थे। pic.twitter.com/Oajftke0Hl
– ईएसपीएन (@espn) 12 जून, 2021
एरिक्सन को टीका लगाया गया था या नहीं, इस बारे में अभी तक मिली-जुली रिपोर्टें हैं।
एक इटेलियन स्पोर्ट्स साइट की रिपोर्ट है कि उसे टीका नहीं लगाया गया है – “उन्हें कोविड नहीं था और न ही उन्हें टीका लगाया गया था। इस समय, एरिक्सन डेनिश मेडिकल स्टाफ के मार्गदर्शन में है।”
लेकिन कई ट्वीट्स और इतालवी टीम के मुख्य चिकित्सक और हृदय रोग विशेषज्ञ ने इतालवी रेडियो के माध्यम से पुष्टि की, कि एरिक्सन को अपना फाइजर वैक्सीन 31 मई को लगा था।
इंटर मिलान के चीफ मेडिक एंड कार्डियोलॉजिस्ट ने पुष्टि की कि क्रिश्चियन एरिक्सन को फाइजर वैक्सीन 12 दिन पहले मिली थी। उन्होंने एक घंटे पहले इटली से रेडियो स्पोर्टिवा पर बात की थी।
– माइकल टायलर (@ माइकल52018513) 12 जून, 2021
यह निश्चित दिखता है: एक प्रमुख इतालवी फ़ुटबॉल (सॉकर) साइट ने 18 मई को इंटर मिलान के मुख्य चिकित्सक का साक्षात्कार चलाया, जहां एरिक्सन खेला था।
“मार्च में सबसे कठिन दिन, अब सभी टीकाकरण।”https://t.co/qWsyKKf1NB
– एलेक्स बेरेनसन (@AlexBerenson) 12 जून, 2021
दिल की सूजन और inflamation, को मायोकार्डिटिस के रूप में जाना जाता है| जिन्हें फाइजर-बायोएनटेक COVID-19 वैक्सीन लगाई गयी है, ऐसे कई युवाओं में मायोकार्डिटिस की परेशानी देखी गयी है |
हालांकि विशेषज्ञ अभी भी इस मामले को देख रहे हैं, रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने 30 या उससे कम उम्र के लोगों में COVID-19 टीकाकरण के बाद मायोकार्डिटिस के 200 से अधिक मामलों की पुष्टि की है।
हाल ही में, यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी (EMA) की सुरक्षा समिति ने भारत में कोविशील्ड के रूप में ब्रांडेड एस्ट्राजेनेका के टीके के संभावित दुष्प्रभावों के लिए एक और रक्त की स्थिति को Capillary Leak Syndrome केे रूप में जोड़ा है।
Capillary leak syndrome (केशिका रिसाव सिंड्रोम) एक ऐसी स्थिति है जिसके कारण रक्त वाहिकाओं से द्रव का रिसाव होता है और यह बहुत कम रक्तचाप का कारण बन सकता है| जिससे दर्द, मिचली और थकान हो सकती है या सबसे खराब स्थिति में kidney failure (किडनी खराब ) और स्ट्रोक भी हो सकता है।
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